कुसमुंडा सिविल विभाग ने नदी किनारे अवैध मिट्टी खनन कर बनाया स्टॉप डेम, पार्षद ने जताई कड़ी आपत्ति
सतपाल सिंह
कुसमुंडा सिविल विभाग ने नदी किनारे अवैध मिट्टी खनन कर बनाया स्टॉप डेम, पार्षद ने जताई कड़ी आपत्ति…
कोरबा – जिले के एसईसीएल कुसमुंडा सिविल विभाग की भर्राशाही और मनमानी चरम सीमा पर है, शायद इसकी वजह जरूरत से ज्यादा कार्यों की टेंडरिंग है। अक्सर जब भी क्षेत्र के जागरूक जन किसी कार्य की गड़बड़ी की शिकायत सिविल विभाग के इंजीनियर अथवा अधिकारी से करते है तो वे ठेकेदार के पक्ष में ही पैरवी करते नजर आते हैं। इसी कड़ी में एक ओर जहां बीते दिन करोड़ों रुपए के कचरा उठाव को लेकर बड़ी अनियमितता की खबर की चर्चा जोरो पर रही वहीं अब एसईसीएल सिविल विभाग द्वारा विकास नगर कॉलोनी से लगे अहिरन नदी के किनारे अवैध मिट्टी खनन कर अस्थाई एनीकेट बनाया गया है। इस अस्थाई एनीकेट को बनाने ठेकेदार द्वारा जिस स्थान की मिट्टी काटी गई है वहां निगम द्वारा बनाई गई सीसी सड़क गुजरती है। इसी सड़क से के नीचे से बड़ी मात्रा में मिट्टी का कटाव किया गया है। छठ पूजा की तैयारियों को देखने सुबह जब लोग नदी पहुंचे तो उन्होंने यह दृश्य देखा जिसके बाद उन्होंने क्षेत्र के पार्षद अमरजीत सिंह से इसकी शिकायत की गई। पार्षद तत्काल मौके पर पहुंचे। एसईसीएल सिविल विभाग और ठेकदार द्वारा किए गए अवैध खनन को लेकर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि उनके पार्षद के प्रथम कार्यकाल में निगम के माध्यम से क्षेत्रवासियों के नदी आने जाने के लिए यह सड़क बनाई गई है। जिसमें एक ओर क्षेत्र के ही कुछ लोगों ने अवैध खनन किया है वहीं सड़क के दूसरी ओर नदी तरफ बड़ी मात्रा में भी मिट्टी की कटाई की गई है। इससे यह सड़क आने वाले दिनों में टूट सकती है। जिम्मेदार ही ऐसी अनदेखी करेंगे तो क्षेत्र का क्या विकास होगा। उन्होंने इस कार्य पर सिविल विभाग के अधिकारियों, इंजीनियर और ठेकेदार को आड़े हाथों लेते हुए उच्च स्तरीय शिकायत की बात कही है। आपको बता दें कुसमुंडा विकास नगर स्थित अहिरन नदी से पूरे कुसमुंडा कॉलोनी सहित एसईसीएल गेवरा तक पानी की सप्लाई की जाती है। इसके अलावा आसपास के ग्रामीण इसी स्थान पर नदी के पानी का उपयोग नहाने अथवा पीने के लिए करते हैं। वहीं क्षेत्रवासी अपने त्यौहार जैसे छठ पूजा,कार्तिक स्नान,भोजली, मूर्ति विसर्जन,पिकनिक इत्यादि भी इसी नदी किनारे करते हैं। नदी तक आने निगम द्वारा सीसी सड़क का निर्माण कराया गया है जो कि अब अवैध खनन की जद पर है। कॉलोनी जाने वाले पानी पाइप लाइन के किनारे भी बड़ी मात्रा में अवैध मिट्टी खनन किया गया है जिससे कभी भी पानी पाइप लाइन गिर सकती है। एसईसीएल द्वारा प्रतिवर्ष यहां वैकल्पिक स्टॉफ डेम और पुल बनाने टेंडर किया जाता है जिसमें आसपास की बड़ी मात्रा में मिट्टी काटी जाती है। जबकि क्षेत्र के पार्षद द्वारा बीते कई वर्षों से एसईसीएल प्रबंधन से यहां आई बी पी प्लांट के बाद लक्ष्मण नाले पर स्थाई पुल और अहिरन नदी में स्थाई स्टॉफ डेम बनाने की मांग की जा रही है। जिस ओर ध्यान नहीं देते हुए हर साल टेंडर निकाल कर एसईसीएल के लाखों रुपए की बंदरबांट की जा रही हैं।